भवन विद्यालय, पंचकूला में त्रिदिवसीय गीता जयंती समारोह
भवन विद्यालय, पंचकूला में त्रिदिवसीय (11, 12, 13 दिसंबर 2024) गीता जयंती महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। समारोह की शुरुआत गीता जयंती महोत्सव के महत्व और इसकी प्रासंगिकता को समझाने से हुई। सबसे पहले छात्रों ने गीता के श्लोकों का सस्वर गायन किया, जिसके बाद संस्कृत के अध्यापक श्री श्याम चंद्र मिश्रा ने गीता के 18 अध्यायों का सार विस्तारपूर्वक प्रस्तुत किया।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती गुलशन कौर की प्रेरणा और श्रीमती नीरज खुराना के निर्देशन में यह महोत्सव संपन्न हुआ। महोत्सव के अंतिम दिन, प्राचार्या श्रीमती गुलशन कौर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गीता हमें कर्मयोग का मार्ग दिखाती है। उन्होंने कहा कि हमें कर्म करते समय फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यदि कर्म श्रेष्ठ होगा, तो फल अवश्य मिलेगा। गीता मानव जीवन को अनुशासन और सकारात्मकता का मार्ग दिखाती है।
प्राचार्या ने संस्कृत विभाग की अध्यापिकाओं, श्रीमती ऊषा शर्मा और श्रीमती इंदु बाला के योगदान की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम का समापन गीता जी की आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ।